तेलंगाना के कर्नल संतोष बाबू का तिरंगे में लिपटा शरीर देख परिजनों के आंसू नहीं रुके, पटना के हवलदार सुनील कुमार को जिंदाबाद के नारों के साथ अंतिम विदाई

लद्दाख में चीन की सेना से झड़प में सोमवार को शहीद हुए सैनिकों को अंतिम विदाई दी जा रही है। तेलंगाना के सूर्यापेट के शहीद कर्नल संतोष बाबू का तिरंगे में लिपटा शव देख परिजनों के आंसू नहीं रुक रहे थे। पटना में हवलदार सुनील कुमार की अंतिम यात्रा में लोगों की भारी भीड़ जुटी। जो लोग आखिरी यात्रा में शामिल नहीं हो सके, उन्होंने अपने घरों की छतों से ही अंतिम दर्शन किए।

लद्दाख की गलवान घाटी में 15 जून को चीन के सैनिकों ने भारतीय जवानों पर हमला कर दिया। झड़प में भारत के 20 जवान शहीद हो गए। जख्मी हुए सैनिकों में से कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। चीन के भी 40 सैनिक मारे जाने की खबर है, हालांकि उसने यह कबूला नहीं है।

शहीद के पिता बोले- बेटा छाती चौड़ी कर गया, दूसरे बेटे को भी सेना में भेजेंगे
शहीद अमन कुमार बिहार के समस्तीपुर के सुलतानपुर गांव के रहने वाले थे। एक साल पहले अमन की शादी हुई थी। बेटे के शहीद होने की खबर पर पिता सुधीर कुमार सिंह आंसू नहीं रोक पा रहे थे। उन्होंने कहा कि बेटा देश के लिए शहीद होकर छाती चौड़ी कर गया। जरूरत होगी तो हम दूसरे बेटे को भी सेना में भेजेंगे।



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शहीद संतोष बाबू को अंतिम विदाई देते हुए परिजन और अन्य लोग।


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